National Parks In India For Your Best Holidays
Let’s read interesting about national parks in india
भारत क्षेत्रीय और आबादी के दृष्टि से बड़ा देश है, हमारे देश में कुल 104 राष्ट्रीय उद्यान है, भारत विविधता से भरा देश है और हमारे देश के राष्ट्रीय उद्यान भी विविधता से पूर्ण है, हम आपको ऐसे 18 राष्ट्रीय उद्यान के बारे में बताएंगे, जो भारत में काफी मशहूर है और आप अपनी छुट्टियों में यहाँ आकर एक यादगार पलों को अपने साथ ले जा सकते हे।
भारत के सबसे लोकप्रिय राष्ट्रीय उद्यान
देश के 18 राष्ट्रीय उद्यानों के बारे में विस्तृत जानकारी नीचे दी गई है, जिसके बारे में आपको पता होना चाहिए।
1.जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क – उत्तराखंड
जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान है।
विलुप्तप्राय बंगाल टाइगरों की सुरक्षा हेतु 1936 में हैली नेशनल पार्क को स्थापित किया गया था।
उद्यान का नाम जिम कॉर्बेट (ब्रिटिश हंटर -1875-1955) के नाम पर पड़ा है।
इस पार्क में पेड़ों की 50 प्रजातियां ,पक्षियों की 580 प्रजातियां और जानवरों की 50 प्रजातियां और 25 सरीसृप जीवों का गढ़ है।
राष्ट्रीय उद्यान का क्षेत्रफल 520.82 वर्ग मील है।
2.काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान- असम
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में जंगली भैंस, हिरण, हाथी, चीनी पैंगोलिन, गिबन्स, पालना, बंद भालू, बंगाल लोमड़ियों, उड़ने वाली गिलहरी और तेंदुए को आप देख सकते हैं।
2006 में इसे बाघ अभयारण्य के रूप में भी घोषित किया गया है।
यहां आपको भारतीय बाघ देखने मिलेंगे।
राष्ट्रीय उद्यान लगभग 429.93 किलोमीटर के वर्ग के क्षेत्र में फैला हुआ एक बड़ा उद्यान है।
यह उद्यान असम के दो जिलों गोलाघाट और नोआगाँव में आता है।
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान का नाम विश्व विरासत स्थल की सूचि में शामिल है।
3.सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान – पश्चिम बंगाल

4 मई 1984 को इसे सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था।
यह उद्यान बाघ संरक्षित क्षेत्र और बायोस्फीयर रिज़र्व क्षेत्र भी है, आप यहां प्रकृति का पूरा आनंद ले सकते हैं।
यह उद्यान रॉयल बंगाल टाइगर का गढ़ है।
वर्ष 1987 में इसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था।
यह उद्यान पश्चिम बंगाल के दक्षिण भाग में आता है।
सुंदरबन में सुंदरी पेड़ों की संख्या बहुत अधिक है और माना जाता है कि इस उद्यान का नाम सुंदरी पेड़ों के नाम पर रखा गया होगा ।
यह लगभग 1330.12 किलोमीटर के वर्ग के क्षेत्र में फैला हुआ उद्यान है।
4.ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क – हिमाचल प्रदेश कुल्लू

यूनेस्को ने 1984 में ग्रेट हिमालयन राष्ट्रीय उद्यान को विश्व विरासत स्थल घोषित किया है।
वर्ष 1999 में इसे राष्ट्रीय उद्यान के रूप में घोषित किया गया था ।
यहाँ भूरे भालू, काला भालू, कस्तूरी मृग, हिम तेंदुआ और पक्षियों की लगभग 300 प्रजातियाँ आपको यहाँ देखने के लिए मिलेंगी।
यह लगभग 754 किलोमीटर के वर्ग के क्षेत्र में फैला हुआ एक बड़ा उद्यान है।
राष्ट्रीय उद्यान हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में आता है।
5.मानस राष्ट्रीय उद्यान – असम
मानस राष्ट्रीय उद्यान असम राज्य में स्थित है।
यह उद्यान को पहले टाइगर प्रोजेक्ट रिजर्व के तहत 1973 में शामिल किया गया था।
यूनेस्को ने 1985 में विश्व विरासत स्थल भी घोषित किया है।
1989 में उद्यान को बायोस्फीयर रिजर्व का दर्जा दिया गया।
यह मानस राष्ट्रीय उद्यान असमी कछुए, स्वर्ण लंगूर, गेंडे , लाल पांडा और जंगली भैंसों जैसी दुर्लभ वन्य जीवों के लिए प्रसिद्ध है।
6.पेरियार राष्ट्रीय उद्यान – केरल
पेरियार राष्ट्रीय उद्यान पेरियार नदी के नाम पर पड़ा है।
राष्ट्रीय उद्यान एक बाघ संराक्षित क्षेत्र है।
यह उद्यान को वर्ष 1998 में ‘हाथी संरक्षण परियोजना’ के अंतर्गत लाया गया है।
यहाँ नील गाय, सांबर, भालू, चीता और तेन्दुआ आदि जंगली जानवर और पक्षियों की लगभग 280 प्रजातियाँ आपको यहाँ देखने के लिए मिलेंगी।
राष्ट्रीय उद्यान लगभग 257 किलोमीटर के वर्ग के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह उद्यान केरल के इडुक्की जिले में आता है।
7.बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान – कर्नाटक
बांदीपुर पार्क की स्थापना मैसूर के महाराज ने 1931 में की थी।
राष्ट्रीय पार्क को 1974 में रिजर्व बनाया गया था।
यह 800 किलोमीटर के वर्ग के क्षेत्र में फैला हुआ है।
नेशनल पार्क में बाघ, चार सींगों वाला हिरण, विशाल गिलहरी, हाथी, हंसनबिल, जंगली कुत्ते, चीता, आलसी भालू, और कुछ दुर्लभ प्रजाति के पक्षी भी आप यहाँ देखेंगे ।
8.गिर राष्ट्रीय उद्यान – गुजरात

गिर नेशनल पार्क की सबसे विशेष बात है कि एशियाई शेरों के लिए यह एकमात्र जीवित गढ़ है।
यह पार्क एक निश्चित प्रजाति के संरक्षण में विशेष भूमिका है।
इस राष्ट्रीय उद्यान में शेरों का संरक्षण जूनागढ़ के नवाब द्वारा शुरू किया गया था, जब शेर यहां शिकार के वजह से लुप्त होने लगे थे।
नेशनल पार्क में पाए जाने वाले अन्य जानवरों में लकड़बग्घा, सांभर हिरण, तेंदुए, चौसिंगा, चित्तीदार हिरण, और चिंकारा के नाम शामिल है।
इस पार्क का क्षेत्रफल 1412 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला है।
9.कान्हा राष्ट्रीय उद्यान मंडला – मध्य प्रदेश
यह मध्य भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है।
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1 जून 1955 को हुई थी और इस पार्क को 1973 में कान्हा टाइगर रिजर्व बनाया गया था।
पार्क दो जिलों मंडला और बालाघाट में 940 किलोमीटर वर्ग क्षेत्र में फैला हुआ है।
इस पार्क में बांध, भारतीय तेंदुओं, सुस्त भालू, बरसिंघा और जंगली कुत्ते देखने मिलेंगे।
10.बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान – मध्य प्रदेश
बांधवगढ़ अभयारण्य को 1968 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया।
बांधवगढ़ उद्यान को दुनिया भर में रॉयल बंगाल टाइगर्स के उच्चतम घनत्व के लिए भी जाना जाता है।
यह उद्यान अपने बाघों के लिए पुरे विश्व में प्रसिद्ध है, सफेद चीते की खोज यहीं हुई थी।
बांधवगढ़ उद्यान का ज्यादातर हिस्सा पहाड़ी में आता है, जो बांधवगढ़ के भव्य किले का हिस्सा है।
एक समय बांधवगढ़ में फैले जंगल का रख-रखाव रीवा के महाराजाओं शिकारगाह के रूप में किया करते थे।
बांधवगढ़ के राजा ने 1951 में अंतिम बार यहां चीते का शिकार किया था।
आपको यहां सड़कों पर बांध घूमते हुए देखने मिलेंगे।
यह लगभग 446 किलोमीटर के वर्ग के क्षेत्र में फैला हुआ एक बड़ा उद्यान है।
यह उद्यान मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में आता है।
11.रणथंभौर नेशनल पार्क – राजस्थान
रणथंभौर का किले के नाम से ही इस पार्क का नाम रखा गया है।
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1984 को हुई थी और 1973 में रणथंभौर टाइगर रिजर्व बनाया गया था।
अभयारण्य का क्षेत्र 392 वर्ग किमी है।
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान विश्व में बाघों के कारण जाना जाता है अन्य वन्यजीवों में तेंदुआ, नील गाय, जंगली सूअर, सांभर, हिरण, भालू, चीतल और पक्षियों की लगभग 264 प्रजातियाँ आपको यहाँ देखने मिलेंगी।
रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले में है।
12.नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान – कर्नाटक
नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1988 को हुई थी।
यह 643.39 किलोमीटर के वर्ग के क्षेत्र में फैला हुआ एक बड़ा उद्यान है।
यह राष्ट्रीय उद्यान कर्नाटक के मैसूर जिले में आता है।
नागरहोल नेशनल पार्क में हाथी, सियार, बाघ, तेंदुआ, भारतीय जंगली बैल, चार सींग वाला हिरण, छिपकली, सिवेट बिल्ली और पक्षियों की लगभग 270 प्रजातियाँ आपको यहाँ देखने मिलेंगी।
13.हेमिस हाई आल्टीटयूड राष्ट्रीय उद्यान हेमिस – लद्दाख
हेमिस राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1988 को हुई थ।
यह दक्षिण एशिया में सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है।
हेमिस उद्यान हिम तेंदुआ का निवास स्थान है।
यह लगभग 4400 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है, यह उद्यान लद्दाख क्षेत्र में आता है।
14.दुधवा राष्ट्रीय उद्यान – उत्तर प्रदेश
दुधवा राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1977 को किया गया।
यह उद्यान बाघों और बारहसिंगा के लिए पुरे विश्व में प्रसिद्ध है।
भारत-नेपाल सीमा समीप लगभग 818 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ एक बड़ा उद्यान है।
यह उद्यान उत्तर प्रदेश के लखीमपुर-खीरी जिले में आता है।
15.ताडोबा राष्ट्रीय उद्यान चंद्रपूर – महाराष्ट्र
ताडोबा नेशनल पार्क की स्थापना 1955 को हुई थी।
यह उद्यान को ताडोबा अंधारी बाघ रिजर्व क्षेत्र के नाम से भी जाना जाता है।
यह लगभग 625 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह उद्यान महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में स्थित है।
16.केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान – राजस्थान
भरतपुर राष्ट्रीय उद्यान को केवलादेव उद्यान के नाम से जाना जाता है।
इस उद्यान का नाम केवलादेव मंदिर के नाम पर रखा गया है।
यह सुंदर पक्षी अभयारण्य है और 1981 में इसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था।
यह उद्यान को यूनेस्को ने विश्व विरासत स्थल भी घोषित किया है।
17.सरिस्का वन्यजीव अभयारण्य, अलवर – राजस्थान
सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान को 1955 में वन्यजीव संरक्षित भूमि घोषित कर दिया गया और 1982 में राष्ट्रीय उद्यान के रूप में घोषित किया गया था।
अलवर के महाराजा का शिकार क्षेत्र हुआ करता था। आपका सबसे दिलचस्प अनुभव यहाँ बाघों को देखने का होगा।
यह लगभग 866 किलोमीटर के वर्ग के क्षेत्र में फैला हुआ है।
राष्ट्रीय उद्यान राजस्थान के अलवर जिले में आता है।
यह राष्ट्रीय उद्यान को वर्ष 1971 में घोषित किया गया था। यह उद्यान कर्नाटक के बैंगलोर जिले के पास स्थित है,यह पहला तितली पार्क भी है।
आपको इस उद्यान में बाघ, शेर, मगरमच्छ और विभिन्न प्रजाति के वनस्पतियां देखने के लिए मिलेंगे।
आप यहां जंगल सफारी का पूरा आनंद ले सकते हैं।
Thanks for reading about national parks in india.